Description
- GEMSTONE – RED CORAL
- SHAP – CAPSUL
- COLOUR – RED
- WEIGHT (CARAT) AVAILABLE- 5.45,5.90,5.45’5.35,5.30
- RETURN POLICE – 10 DAYS MONEY – BACK RETUR
CORAL रत्न दिखने में लाल, सिंदूरी, गेरुआ और सफेद होता है। ये समुद्र की गहराई में पाया जाता है। ये एक प्रकार से लकड़ी होती है, जो बेहद चिकनी होती है। ये हाथ से फिसलता रहता है। इसको इंग्लिश में कोरल कहा जाता है। इसकी पहचान इस प्रकार भी की जाती है कि असली मूंगे पर पानी की बूंदे ठहर जाती हैं जबकि नकली मूंगे पर बूंदे नहीं ठहरती।
मूंगा धारण करने से होने वाले लाभ
- मंगल को बल देने के लिए मूंगा धारण किया जाता है। मूंगा पहनने से जातक का मंगल मजबूत होता है।
- यह रत्न राजनीति, नेतृत्व, प्रशासन, सेना, पुलिस, मेडिकल क्षेत्र, तेल, गैस, प्रॉपर्टी, ईंटभट्टे का कार्य करने वाले धारण कर सकते हैं। इस क्षेत्र में उन्हें तरक्की भी मिलती है।
- ज्योतिष शास्त्र अनुसार मूंगा रत्न का संबंध मंगल ग्रह से है, जो शक्ति, बल, साहस व ऊर्जा के स्वामी हैं। मेडिकल क्षेत्र से जुड़े छात्रों को मूंगा पहनने से काफी लाभ होता है।
मूंगा रत्ती कितनी रत्ती पहनना चाहिए – कितनी रत्ती का मूंगा पहनना चाहिए
पांच से छह कैरेट का मूंगा रत्न धारण करना चाहिए। मूंगा रत्न धारण करने के 9 दिन के अंदर ही अपना असर दिखाना शुरू कर देता है और इसका असर 3 साल तक रहता है। बेहतर परिणाम और लाभ के लिए जापानी और इटैलियन मूंगा पहनना फायदेमंद होता है
मूंगा किस धातु में पहनना चाहिए / मूंगा किस उंगली में पहनना चाहिए
मंगल के रत्न मूंगा को सोने या तांबे की धातु में पहनना चाहिए क्योंकि ये दोनों ही मंगल की धातु हैं। मूंगा रत्न की अंगूठी दाहिने हाथ की अनामिका उंगली में पहनी जाती है।
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